केंद्र सरकार ने विश्वकर्मा समुदाय से जुड़े कारीगरों को आर्थिक लाभ देने के उद्देश्य से पीएम विश्वकर्मा योजना लोन की शुरुआत की है। यह योजना कई प्रकार के कारीगरों को मुफ्त ट्रेनिंग, वित्तीय सहायता, मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट और लोन सुविधा प्रदान करती है। लेकिन आपके लिए कैसे यह योजना लाभकारी हो सकती है? हम आपको इस योजना के बारे में विश्वसनीय जानकारी देंगे। ताकि आप इसका सही लाभ उठा सकें।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत, विश्वकर्मा समुदाय के सदस्य 3 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं। यह लोन 5% वार्षिक ब्याज दर पर दिया जाता है। पहले चरण में 1 लाख रुपये और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये दिए जाते हैं।
लोन की अवधि 2.5 वर्ष है। यह योजना 17 सितंबर 2023 से 31 मार्च 2028 तक चलेगी। इसका उद्देश्य 30 लाख परिवारों को लाभान्वित करना है। हम आपको आगे इस लेख में बताएंगे की विश्वकर्मा योजना में कौन-कौन फॉर्म भर सकता है। इसलिए लेख को आखिरी तक पढ़े।
पीएम विश्वकर्मा योजना लोन की जानकारी
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना विभिन्न व्यवसायों के लिए है, जैसे बढ़ई, सुनार, लोहार, कुम्हार, राजमिस्त्री, दर्जी और खिलौना बनाने वाले। लगभग 140 या अधिक जातियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है।
पीएम विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य योग्य उम्मीदवारों को मुफ्त प्रशिक्षण और आर्थिक लाभ प्रदान करना है। इसमें प्रतिदिन ₹500 की भत्ता और उपकरण किट के लिए ₹15,000 का अनुदान शामिल है।
योग्य उम्मीदवार ₹3 लाख तक का ऋण 5% की ब्याज दर पर प्राप्त कर सकते हैं। यह उन्हें अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू करने में मदद करता है। यह योजना 18 अलग-अलग प्रकार के व्यवसायों के लिए ऋण प्रदान करती है।
योजना के लिए आवेदन करने के लिए, उम्मीदवारों को जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, निवास प्रमाण, बैंक पासबुक, पासपोर्ट आकार की फोटो, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी प्रस्तुत करनी होगी। आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। उन्हें कुशल श्रमिक या कारीगर होना चाहिए।
पीएम विश्वकर्मा योजना व्यवसाय शुरू करने के इच्छुक पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह उनकी आजीविका को बेहतर बनाने का प्रयास करती है।
पीएम विश्वकर्मा योजना में कौन पात्र है
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत, विश्वकर्मा लोन के लिए निर्धारित पात्रता मानदंड हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है कि विश्वकर्मा लोन के लिए कौन पात्र है।
- आवेदक को भारत का मूल निवासी होना चाहिए।
- आवेदक की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- पिछले 5 वर्षों में किसी अन्य सरकारी योजना से लोन न लिया हो।
- आवेदक के पास पीएम विश्वकर्मा योजना प्रशिक्षण प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- आवेदक का सिबिल स्कोर 750 से अधिक होना चाहिए।
इन मानदंडों को पूरा करने वाले व्यक्ति ही विश्वकर्मा योजना में फॉर्म भर सकते हैं।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए लोन प्राप्त करने के लिए, आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
जैसे: आधार कार्ड, पैन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो और मोबाइल नंबर आदि।
पीएम विश्वकर्मा योजना लोन कैसे ले
पीएम विश्वकर्मा लोन लेने के लिए क्या करना पड़ेगा यह जानने के लिए नीचे दिए गए चरणों को ध्यानपूर्वक पढ़े।
- सर्वप्रथ आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- यहां अपना ऑनलाइन आवेदन सबमिट करें।
- जैसे ही आवेदन सफलतापूर्वक हो जाता है तो कुछ समय बाद आपका फोन नंबर पर ट्रेनिंग के लिए एसएमएस आता है।
- शुरुआत में 5 दिन की ट्रेनिंग करनी होगी।
- इसके बाद आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
- अभी आप पहले चरण में आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 100000 रुपए तक लोन के लिए आवेदन कर सकते।
- दूसरे चरण में ₹200000 रुपए तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं
Pm Vishwakarma Loan Yojana की राशि और ब्याज दर की जानकारी
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत, हमे 3 लाख रुपये तक का लोन मिलता हैं। यह लोन दो भागों में वितरित किया जाता है। पहली किश्त 1 लाख रुपये की होती है, जिसे 18 महीने में चुकाना होता है। दूसरी किश्त 2 लाख रुपये की होती है, जिसे 30 महीने में चुकाना होता है।
इस योजना के तहत, ब्याज दर 5% वार्षिक है। यह लोन गारंटी मुक्त है। सरकार ने बैंकों को इस योजना के तहत दिए जाने वाले ऋणों की 100% सुरक्षा दी है। इससे लाभार्थियों को अधिक विश्वसनीय और सस्ता ऋण मिलता है।
अक्टूबर 2022 तक, बैंकों ने विश्वकर्मा योजना के तहत 1,751 करोड़ रुपये के ऋण मंजूर किए हैं। इस योजना के तहत 2 लाख से अधिक लोग स्वावलंबी बन चुके हैं। यह दिखाता है कि पीएम विश्वकर्मा का पैसा लाभार्थियों को समय पर मिल रहा है।
योजना के विशेष लाभ और सुविधाएं
पीएम विश्वकर्मा योजना में कई महत्वपूर्ण लाभ और सुविधाएं शामिल हैं। ये लाभ इस योजना को बहुत आकर्षक बनाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
- लाभार्थियों को मुफ्त में ₹15,000 का टूलकिट दिया जाएगा। इससे वे अपने पारंपरिक व्यवसाय को आसानी से चला सकते हैं।
- 3-15 दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध है। इसमें प्रतिदिन ₹500 का भत्ता दिया जाएगा।
- डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए, लाभार्थियों को प्रतिमाह 100 ट्रांजैक्शन तक ₹1 का प्रोत्साहन मिलेगा।
- योजना के तहत, लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। यह उनकी कौशल और गुणवत्ता को मान्यता देगा।
- जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाले लाभार्थियों को बिना किसी गारंटी के ₹3,00,000 तक का लोन मिल सकता है।
इन विशेष लाभों और सुविधाओं के साथ, पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों और कलाकारों को व्यावसायिक रूप से सशक्त बनाती है। पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र भी उनके कौशल और उत्पादों की गुणवत्ता को प्रमाणित करता है।
निष्कर्ष
आज हमने जाना है की कैसे पीएम विश्वकर्मा योजना लोन भारत के कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक कल्याणकारी योजना है। प्रशिक्षण, आर्थिक सहायता और अन्य लाभों के माध्यम से, यह उनके व्यवसाय को मजबूत करने और आय बढ़ाने में मदद करता है। हमे उम्मीद है, की यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। धन्यवाद।
